Re Kabira 049 - होली 2020


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हर्ष और उमंग

न रोक सके कोई शिकवे-मलाल, बस आज हो सबके चेहरे पर लाल गुलाल । 
न टोक सके कोई मस्ती-धमाल, बस आज हों सब लोट कीचड़ में बेहाल ।। 

न रोक सके कोई आलस-बहाने, बस आज सब निकले रंगो में नाहने । 
न टोक सके कोई हिंदू-मुस्लमान, बस आज सब  लग जाए मिलने मानाने ।। 

न रोक सके कोई राजा-रंक, बस आज बिखर जाने दो.. निखर जाने दो सत-रंग । 
न टोक सके कोई खेल-अतरंग, बस आज हो सब के मन में उमंग.. बस हर्ष और उमंग ।।

..... होली पर आप सब को बहुत सारी शुभकामनायें  ....
Wishing you all a very Happy Holi


*** आशुतोष झुड़ेले  ***

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